मुंबई में मंगलवार को तीन दिवसीय ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट की शुरुआत हुई। महाराष्ट्र में समुद्री व्यापार की अपार संभावना को देखते हुए समिट के पहले दिन जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट ने मुंबई के नजदीक पालघर के वाढवण में 61,000 करोड़ रुपये से पोर्ट के निर्माण के लिए एमओयू किया।
तीन दिवसीय ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट की शुरुआत मुंबई में मंगलवार को हुई। महाराष्ट्र में समुद्री व्यापार की अपार संभावना को देखते हुए समिट के पहले दिन जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट ने मुंबई के नजदीक पालघर के वाढवण में 61,000 करोड़ रुपये से पोर्ट के निर्माण के लिए एमओयू किया। ट्रस्ट के अनुसार, वाढवण में पोर्ट तैयार करने के लिए 3 कंपनियों से एमओयू हुआ है। इस पोर्ट में 1-1 किलोमीटर के कुल 9 टर्मिनल होंगे। पोर्ट के तैयार होने से राज्य को आर्थिक लाभ होने के साथ ही हजारों रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। मौजूदा समय में राज्य में दो पोर्ट है, मुंबई में मुंबई पोर्ट और नवी मुंबई का जेएनपीटी पोर्ट। शहर के बेहद करीब होने के कारण मुंबई पोर्ट से होने वाला व्यापार बहुत कम हो गया है। जेएनपीटी के बाद राज्य को एक और पोर्ट मिलने से समुद्री व्यापार में कई गुना इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर तेजी से अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सागरीय व्यापार का बड़ा योगदान होगा।

सागरीय किनारों, बंदरगाह नए जलमार्ग और देश में ही जहाज का निर्माण हो रहा है। समुद्री पर्यटक और देश में आने वाले क्रूज की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जल्द ही भारत विश्व का क्रूज हब होगा, मुंबई में तैयार हो रहे इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल का इसमें बहुत बड़ा योगदान होगा।